Menu
blogid : 2222 postid : 435

मेरा प्रेम -पत्र- Valentine Contest

MERI NAJAR
MERI NAJAR
  • 78 Posts
  • 1604 Comments

आपका माधुर्य और मासूम भोलापन ,आपकी शालीनता व शिष्टता शीतल बयार सी है | आपके व्यक्तित्व की महानता व कोमलता

नतमस्तक करती है |
आप अच्छी है यह तो पता था पर इतनी उदार होंगी , नहीं सोच पाया था | धन्य है वह जननी जिसने आपको जन्म दिया |
आपका साक्षात्कार इतना अमूल्य ,शीतल व सुखद होता है की शब्दों द्वारा अभिव्यक्ति की परिधि में नहीं आता |आपकी सरल स्वाभाविक उपस्थिति
परिवेश को कितना सहज कर देती है | पर- पर … आपको देख ही कहा पाया ? कभी दृष्टि चूक गयी ,कभी चेतना |
आप जितनी सुन्दर है ,उतनी ही मोहक व उदार | आप सदा ऐसी ही बनी रहे | कभी लगता है आपकी मुस्कराहट बहुत अच्छी है , कभी खामोसी |पर -पर सबसे अच्छी तो आपकी बाते है |
आप किसी पारी कथा की अलौकिक नायिका सी है श्वेत पुष्प मुझे बहुत अच्छे लगते है , आप उनसे भी अच्छी है |किनी शालीनता से आप मुझे उपकृत करती है ,कभी इसका ऋण चुका भी पाउगा ?

[ यह पत्र जिनके लिए लिखा गया था उन तक कभी नहीं पंहुचा | पर उनके प्यार का दिया मेरे लिए किसी अमूल्य थाती की तरह है ]

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh