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जागरण का दंभ और आत्ममोहिनी मौन

MERI NAJAR
MERI NAJAR
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मित्रो कई दिन पूर्व एक अमर्यादित व अशिष्ट भाषा के कमेन्ट के बारे मैंने अपनी चिंता व दुख प्रकट किया था | आप मित्रो ने उस पर
अपना वैचारिक समर्थन व मंतब्य प्रकट कर अपने समर्थन से उस पोस्ट को नवाजा था | मगर जागरण की तरफ से उस निंदनीय कृत्य पर
अब तक न तो विचार प्रकट किये गए और न ही कुछ उपाय बताया गया |
यह सामन्ती मौन आने वाले समय में मंच की गरिमा को क्षति ग्रस्त कर सकता है | तथा किसी भी ब्लागर को अपने निषिद्ध
आचरण का निशाना बना सकता है | बहनों ,बेटियों व महिला ब्लागरो से भरा यह मंच क्या इस तरह की अशोभनीय हरकतों को झेल पायेगा |
दर्प व तानाशाही से भरे नीति निर्धारको को इस से क्या लेना देना | खुद तो अपने नेत्रों से कुछ देखने की जरुरत ही नहीं समझते ,किसी के बताने पर भी कुछ महसूस न करना शायद इनका घमंड ही है |
मित्रो मै यहाँ लिखू न लिखू पर जब तक हमारी बहन बेटिया यहाँ रहे इस जिम्मेदारी को आपको उठाना है | यही मेरी विनती है
जय भारत |

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