“दुलारी जी आप,,,,,,,,,,,,,,’ मेरा मतलब इधर कहा घूम रही है ?” “घूम कहाँ रही हू भ्रमर भईया घर जा रही हू “| “अच्छा -अच्छा दरअसल मै खुद दिन भर भाग दौड़ मचाये रहता हू इसी लिए पूँछ लिया | “हा याद आया आपके लिए खास प्रतापगढ़ी आंवले लाया था , बहत ही गुणकारी है यह खास आंवला ,चाहे तो चटनी बना कर खाइये ,वरना आचार ,मुरब्बा तो बन ही जायेगा |” “भ्रमर भईया सो तो मै रख लेती हू पर आज मन बहुत उदास है |नागमती का विरह लगता है जैसे अपनी पीड़ा है ” | “सो तो है पर ये नागमती है कौन ,कहाँ रहती है कभी उधर जाना हुआ तो मिल लूंगा यूँ भी मै ज्यादा तर प्रवास पर ही रहता हू | “क्या भईया अब आप भी मुझे बनाने लगे अच्छा मै अब चलती हू ,| “पर पर जरा उनका पता .ठिकाना ,हुलिया कुछ तो बता दीजिये न “| “मै क्या बताऊ सामने देखिये चातक जी है न ,चलिए उनसे मिलते है |” “नमस्ते चातक जी ,मुझे पहचाना ?मै दुलारी हू “ नमस्ते दुलारी जी मै आपको देखते ही पहचान गया था | शुक्ल जी से क्या वार्तालाप हो रहा था ?” ” अलाप यही ,,,,,,, “दुलारी जी मैंने अलाप नहीं वार्तालाप कहा है “ जी चातक जी वार्ता अलाप यही हो रहा था की नागमती का बिरह किस तरह कम हो आपने भी तो कमेंट में यही लिखा था “सुआ काल होइ लेइगा पीऊ |पिऊ नहीं जात, जात बरु जीउ | “हा दुलारी जी राजा चित्रसेन का चित्तौड़ से प्रवास रानी नागमती के लिए बहुत दुःख दाई रहा | “पर चातक जी जब राजा सिंहल द्वीप जाने लगे तो रानी ने किस रंग की साडी पहनी थी “ “दुलारी जी जायसी जी ने साडी के रंग का जिक्र किया होगा पर मै उसे नहीं पढ़ पाया “| “जाने दीजिये यह बताइये कि रानी जी ने भला सब्जी कौन सी बना कर दी होगी ? रास्ता लम्बा है तो आलू की भाजी तो ख़राब हो जाएगी है न ” मै होती न तो भरवाँ करेले बना कर रख देती ,मेरे करेले दस दिन तक तो खराब हो ही नहीं सकते ,आप चाहे तो बाजी लगा कर देख लीजिये ,लाइए अपना हाथ ,मारिये मेरी हथेली में ,तभी तो सच्ची बाजी होगी “| “मै मानता हूँ कि आप के करेले ठीक है दुलारी जी दस दिन तक ख़राब नहीं होगे “| मै जरा जल्दी में हु फिर मुलाकात होगी “| ‘न चातक जी न आप को भी पंडित जी की तरह जल्दी रहती है पर आप यह बताइये फिर आप अपने छात्रों की जिज्ञाषा का समाधान कैसे करते है ,हमरे पश्न का उत्तर तो आप को देना ही पड़ेगा , चातक जी भला रानी नागमती जो कर्णफूल पहिने थी वह कितने तोले का रहा होगा | हालमार्क तो रहा ही होगा की नहीं ? चातक जी हम जो कान में पहिने है ,पक्का हालमार्क वाला है ” तनी देखिये न बढ़िया है की नहीं आपको डिजाइन न पसंद हो तो हम बदल देब पैसा कटै का चिंता नहीं न है | “बढ़िया डिजाइन है ,पर आज जरा जल्दी है “| ठीक है चातक जी पर अगली चर्चा रानी पदमिनी पर होई ,यह वादा कीजिये फिर जाइए | चातक जी ने अपना सर हिलाया तो है पर हा या न यह मै आप पर छोड़ता हूँ |बताइयेगा न |
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